पिछले दो वर्षों से पूरी दुनिया कोविड-19 से लड़ाई लड़ रही है, इसी बीच एक और वायरस कहर ढा रहा है जो अफ्रीकी क्षेत्र में अपने अस्तित्व के बाद यूरोपीय देशों में फैल रहा है, जिसने विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) का ध्यान आकर्षित किया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक भारत में भी मंकीपॉक्स का एक मामला देखा गया है, यह मामला केरल में यूएई से आए एक नागरिक में रिपोर्ट किया गया.

न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस के मुताबिक टेक्सास में बारटेंडर के रूप में काम करने वाले एक अमेरिकी व्यक्ति ने चेतावनी दी है कि मंकीपॉक्स (Monkeypox) से संक्रमित होना कोविड-19 (COVID-19) बीमारी से पीड़ित होने की तुलना में 100 गुना बदतर है.
मंकीपॉक्स एक बीमारी है और यह पहले जानवरों में होता था लेकिन अब ये वायरस जानवरों से मनुष्यों में फैलने में सक्षम है, और जनवरी से अब तक मंकीपाक्स से लगभग 2,000 लोगों की मौत की खबर है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने हफ्ते भर के अंदर इस बात पर विचार करने के लिए दूसरी बैठक बुलायी है कि मंकीपॉक्स को वैश्विक संकट घोषित किया जाये या नहीं.