किन्नौर में यात्रियों से भरी चलती बस और अन्य वाहनों पर पर गिरा पहाड़, 10 लोगों की मौत, कई लोग अब भी लापता

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के किन्नौर (Kinnaur) में भूस्खलन के चलते चलते बड़ा हादसा हो गया है. यात्रियों से भरी चलती बस और कई अन्य वाहनों पर पर पहाड़ गिर गया. हादसा इतना भयानक था कि इसके मलबे में कई गाड़ियां दब गई हैं, जिसमें मौके पर ही 10 लोगों की मौत हो गयी, हलाकि 14 घायल लोगों को मलबे से रेस्क्यू करके बचाया गया लेकिन अब भी कई लोग लापता हैं. स्थानीय प्रशासन, पुलिस और NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हैं. ITBP को भी रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया है.

ये हादसा भावानगर से 10 किलोमीटर दूर नेशनल हाईवे-5 पर किन्नौर जिले के रेकांग पियो -शिमला हाइवे के पास बुधवार को दोपहर लगभग 12 बजे को हुआ. बताया जा रहा है कि एक ट्रक, एक सरकारी बस और अन्य वाहन इसके मलबे में दबे हुए हैं. मलबे में फंसी बस हिमाचल रोडवेज (एचआरटीसी बस) की है, जो मूरंग से हरिद्वार जा रही थी. एक बस, एक ट्रक, बोलेरो और 3 टैक्सियों पर चट्टानें गिरी हैं. इस भयानक हादसे की एक वीडियो क्लिप एनडीटीवी के पत्रकार मोहम्मद ग़ज़ली ने ट्विटर पर शेयर किया.

रिपोर्ट्स के मुताबिक 50 से ज्यादा यात्री मलबे में फंस गए हैं. घायलों को सामुदायिक स्‍वास्‍थ्‍य केंद्र भावानगर भेजा गया है जबकि एक कार आंशिक रूप से और दूसरी पूरी तरह क्षतिग्रस्‍त हो गई है. बस के ड्राइवर-कंडक्टर समेत 13 घायलों को एंबुलेंस से सीएचसी भावानगर पहुंचाया गया जहां उनका उपचार चल रहा है.

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एनएच के करीब 100 मीटर हिस्से पर टनों के हिसाब से मलबा और चट्टानें गिर गईं. रात 9:00 बजे तक चले रेस्क्यू ऑपरेशन में मलबे को हटाकर टिपर, दो कारों और एक सूमो को निकाल लिया गया है. हालांकि, टीमें अभी बस को नहीं खोज पाई हैं. दिन में ड्रोन की मदद से भी बस को खोजा गया लेकिन कामयाबी नहीं मिली.

भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, बस कंडक्टर महेंद्र पाल ने बताया, “बस में करीब 25 यात्री सवार थे. जैसे ही हम निगुलसेरी पहुंचे, तो उसने देखा कि सामने पहाड़ी से चट्टानें गिर रही हैं. हमने बस को 100 मीटर पीछे ही रोक दिया. यहीं पर कार और ट्रक समेत दूसरी गाड़ियां भी रुक गईं. इसके बाद अचानक पहाड़ी चट्टानें सभी गाड़ियों पर गिर गईं.”

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