भारत ने रचा इतिहास: चांद पर पहुंचा Chandrayaan-3, चंद्रमा के सतह पर हुई विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग

अंतरिक्ष जगत में भारत ने इतिहास रच दिया है. चंद्रयान-3 अपने मिशन में सफल हो गया है. चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की चांद के सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के बाद भारत दुनिया का चौथा देश बन गया है. इससे पहले अमेरिका, चीन और पूर्व सोवियत संघ इस तकनीक में महारत हासिल थी, हालांकि उनकी ‘सॉफ्ट लैंडिंग’ चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर नहीं हुई थी और भारत ने चंद्रयान-3 को दक्षिणी ध्रुव पर लैंड कराया है.

चंद्रयान-3 मिशन के जरिए भारत ने आज इतिहास रच दिया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organization) के चंद्रयान-3 मिशन का लैंडर मॉड्यूल सफलता पूर्वक चंद्रमा की सतह पर उतर गया. लैंडर विक्रम (Lander Vikram) और रोवर प्रज्ञान से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सॉफ्ट लैंडिंग की और इतिहास रच दिया. 24 अगस्त 2023 की यह तारीख भारत के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो गई है. चंद्रयान की सॉफ्ट लैंडिंग के साथ भारत चंद्रमा पर पहुंचने वाला चौथा देश बन गया है.

यह एक ऐसी सफलता है जिसे न केवल इसरो के शीर्ष वैज्ञानिक बल्कि भारत का हर आम और खास आदमी टीवी की स्क्रीन पर टकटकी बांधे देख रहा था. चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग एक ऐतिहासिक क्षण है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने का भारत का पिछला प्रयास छह सितंबर 2019 को उस वक्त असफल हो गया था, जब लैंडर चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. चंद्रयान-2 चार साल पहले चंद्रमा की सतह पर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था.

चंद्रयान-3 की सफलता पर इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने (ISRO chief S Somanath) कहा, ‘पीएम मोदी ने हम सभी को बधाई दी और कहा कि वे व्यक्तिगत रूप से आकर हममें से प्रत्येक को बधाई देना चाहेंगे. इसरो का अगला मिशन आदित्य एल-1 (Aditya L-1) मिशन है जो श्रीहरिकोटा में तैयार हो रहा है.

इसरो प्रमुख एस सोमनाथ ने चंद्रयान-3 मिशन की सफलता पर अपनी टीम को बधाई दी. उन्होंने कहा, “समर्थन के लिए आप सभी को धन्यवाद…हमने अपनी असफलता से बहुत कुछ सीखा और आज हम सफल हुए. हम चंद्रयान-3 के लिए अब से अगले 14 दिनों का इंतजार कर रहे हैं.”

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