कर्नाटक के कोलार जिले के नरसापुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एप्पल आईफोन (iPhone) बनाने वाली एक फैक्ट्री में तोड़फोड़ का मामला सामने आया. बताया जा रहा है कि यहां काम करने वाले कर्मचारियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिला था. सैलरी नहीं मिलने पर iPhone बनाने वाली विस्ट्रान फैक्ट्री में कर्मचारियों ने तोड़फोड़ कर आग भी लगाई जिससे कंपनी ने 437 करोड़ का नुकसान होने का दावा किया है.
आईफोन (iPhone) बनाने वाली ताइवान की कंपनी विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन (Wistron Corporation) के नरसापुर प्लांट में शनिवार को हिंसा (Violence) भड़कने के मामले में एप्पल ने गंभीर रुख अपनाया है. ख़बरों के मुताबिक, लगभग दो हजार वर्कर नाइट शिफ्ट पूरी करने के बाद प्लांट से बाहर निकल रहे थे. अचानक उत्तेजित कर्मचारियों ने तोड़फोड़ शुरू कर दी. कांच के दरवाजे, कैबिन, फर्नीचरों, एसेंबली यूनिट को तोड़ डाला. यहां तक कि गाड़ियों में आग लगाने की भी कोशिश की व कई वाहनों को आग के हवाले किये जाने की खबर है.
विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन (Wistron Corporation) ने पुलिस को दी गई शिकायत में कहा कि हिंसा के दौरान हजारों आईफोन (iPhone) चोरी हो गए, जो नुकसान का सबसे बड़ा कारण है. कर्मचारियों के भड़के गुस्से को देखते हुए फैक्ट्री प्रबंधन ने मामले की जानकारी पुलिस को दी. इसके बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पुलिस ने बल प्रयोग करके सभी उपद्रवियों को मौके से खदेड़ दिया. कंपनी की शिकायत के आधार पर पुलिस ने कुछ लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी.
विस्ट्रॉन कॉरपोरेशन ने शिकायत में जानकारी दी है कि कर्मचारियों द्वारा किए गए तोड़फोड़ में कंपनी को करीब 437 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. हिंसा के पीछे कर्मचारियों का कई माह से बकाया वेतन न मिलने को बड़ी वजह माना जा रहा है. ऐसे में एप्पल ने विस्ट्रान (Wistron) के नरसापुरा प्लांट के विस्तृत जांच शुरू कर दी है. आईफोन ब्रांड की मालिक एप्पल (Apple) ने सोमवार को कहा है कि उसने हिंसा की जांच के लिए अतिरिक्त टीम भारत भेजने का फैसला किया है. एप्पल के अधिकारी पता लगाएंगे कि क्या विस्ट्रान ने सप्लायर गाइडलाइन का किसी भी तरह से उल्लंघन किया है.
विस्ट्रान द्वारा दर्ज एफआईआर में कहा गया है कि कोलार जिले के उसके प्लांट में हुई हिंसा से उसे 437 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है. इसमें मोबाइल, मशीनरी और उपकरणों को हुई क्षति शामिल है. करीब 10 करोड़ का बुनियादी ढांचा नष्ट हो गया. करीब 1.5 करोड़ के फोन खराब या चोरी हो गए. इस मामले में 100 के करीब लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
जी न्यूज़ की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हिंसा की निंदा करते हुए कर्नाटक के श्रम मंत्री शिवराम हेब्बर (Shivaram Hebbar) ने कहा कि कंपनी को हुए नुकसान अस्वीकार्य हैं. राज्य के उद्योग मंत्री जगदीश शेट्टार (Jagadish Shettar) ने कहा कि यह हिंसा विस्ट्रॉन और कर्मचारियों ने बीच के गलतफहमी के कारण भड़की. उन्होंने कहा कि हमें पता चला है कि कंपनी ने कॉन्ट्रैक्टर्स को पैसे दे दिए थे, लेकिन उन्होंने कर्मचारियों को भुगतान में देरी की.
भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कोलार के नरसापुरा इंडस्ट्रियल एरिया में 43 एकड़ जमीन पर बना आईफोन प्लांट बेंगलुरु से लगभग 60 किलोमीटर दूर है. सरकार यह जमीन लगभग 2,900 करोड़ रुपये का इनवेस्ट करने और 10,000 से ज्यादा लोगों को नौकरी देने के वादे पर दी थी. इस प्लांट में एप्पल के स्मार्टफोन आईफोन SE के अलावा इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IOT) प्रोडक्ट और बायोटेक डिवाइस बनाई जाती हैं.
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