
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने रविवार को मांग की कि केंद्र सरकार किसानों के हितों की रक्षा के लिए फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी के लिए एक कानून लाए. कृषि कानूनों की वापसी के बाद अब न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर कानून की मांग करते हुए राकेश टिकैत ने सख्त लहजे में कहा, सरकार अपने दिमाग ठीक कर ले, हम वहीं के वहीं हैं. किसानों ने एक साल बहुत झेल लिया. सरकार MSP पर कानून बना दे नहीं तो हम वहीं के वहीं हैं. 26 जनवरी दूर नहीं है और देश के 4 लाख ट्रैक्टर भी यहीं हैं और देश का किसान भी यहीं है. टिकैत ने साफ लहजे में कहा कि ये गुंडागर्दी नहीं चलने वाली है. वो जो भी करने की सोच रही है उससे पीछे हट जाए, नहीं तो अंजाम बुरा होगा.
किसान नेता राकेश टिकैत ने यह बात मुंबई में मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए कही है. न्यूज एजेंसी एएनआई ने यह वीडियो जारी किया है. इसमें राकेश टिकैत मीडियाकर्मियों से बातचीत में ये बाते करते हुए कहते नजर आ रहे हैं. आप सुने वे क्या बोल रहे हैं –
राकेश टिकैत मीडियाकर्मियों से कहते नजर आ रहे हैं कि ….”भाई आप जिसे नहीं समझा पाए, आप हमें आतंकवादी घोषित करके जेल में डाल दो. हम एक समूह हैं, हमें आतंकवादी घोषित करके. हमने अपनी बात उठाई, हमको घोषित करके जेल में डाल दें. टिकैत ने कहा, वे अपने दिमाग ठीक कर ले भारत सरकार, जो गुंडागिर्दी करना चाहते हैं, गुंडागर्दी उनकी नहीं चलेगी. बहुत झेल लिया किसान ने एक साल. अपने दिमाग ठीक करके एमएसपी पर कानून बना दें. नहीं तो हम वोई के वोई हैं. 26 जनवरी कोई दूर नहीं है फिर. ये 26 जनवरी भी यहीं और ये देश का चार लाख ट्रैक्टर भी यहीं भी है. देश के किसान भी यहीं है. अपने दिमाग ठीक करके बात कर लें.
उधर, किसान मजदूर महापंचायत के संबोधन के दौरान राकेश टिकैत ने कहा कि, “सरकार धोखा कर रही है, सचेत रहने की जरूरत है। अभी सरकार बात करने की लाइन में नहीं आई है. ये सरकार षड्यंत्रकारी, बेईमान और धोखेबाज है. किसान समाज और मजदूरों को नीचा दिखाने की कोशिश कर रही है.”