देश भर में कोरोना के नए मामलों में लगातार कमी देखी जा रही है. इस बीच कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट ने चिंता बढ़ा दी है. कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वैरिएंट (Delta Plus variant) ने भारत में दस्तक दे दी है. ये वायरस बेहद संक्रामक है और तीसरी लहर में ये दूसरी लहर के कोरोना से अधिक तेजी से फैलने की क्षमता रखता है. भारत सरकार ने डेल्टा प्लस वेरिएंट (Delta Plus variant) को वेरिएंट ऑफ कंसर्न (VOC) घोषित किया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि भारत में ये वैरिएंट चिंता का विषय है.
कोरोना वायरस (Coronavirus) का यह वेरिएंट डेल्टा (B.1.617.2) वेरिएंट से म्यूटेशन के बाद बना है, जो पहली बार भारत में पाया गया है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के इस वेरिएंट के मामले 200 के करीब पाये गये हैं, जिसमें भारत में 22 मामले हैं. कई एक्सपर्ट्स का दावा है कि यह डेल्टा प्लस वेरिएंट ही कोरोना की तीसरी लहर के लिए जिम्मेदार होगा. अल्फा वेरिएंट की तुलना में यह वेरिएंट 35 से 60 फीसदी ज्यादा संक्रामक है. इसपर वैक्सीन के असर को लेकर विशेषज्ञों में मतभेद है.
ख़बरों के मुताबिक, भारत में कोरोना (Corona Virus in India) का डेल्टा प्लस वैरिएंट अब चार राज्यों में मिला है. 22 में से सबसे अधिक महाराष्ट्र में मिले, जबकि बाकी मध्य प्रदेश, केरल और दिल्ली में मिले हैं. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस स्वरूप भारत के अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन, पुर्तगाल, स्विट्जरलैंड, जापान, पोलैंड, नेपाल, चीन और रूस में मिला है.