कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पूतनिक के बाद मॉडर्ना का टीका भारत में उपलब्ध होने वाला कोविड-19 का चौथा वैक्सीन होगा. अमेरिकी दवा कंपनी मॉडर्ना (Moderna) की बनाई कोविड वैक्सीन को भारत में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए मंजूरी मिल गई है. मॉडर्ना की वैक्सीन को यह मंजूरीभारत के ड्रग रेगुलेटर DCGI (ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) ने दी है. भारतीय दवा कंपनी सिप्ला (Cipla) को देश में मॉडर्ना की वैक्सीन इंपोर्ट करने की मंजूरी भी दे दी गई है.

नीति आयोग के स्वास्थ्य सदस्य डॉ वी के पॉल ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विकसित मॉडर्ना की वैक्सीन को दी गई मंजूरी सीमित इस्तेमाल के लिए है. उन्होंने कहा कि एक और अमेरिकी कंपनी फाइज़र (Pfizer) की कोरोना वैक्सीन को भी जल्द ही मंजूरी दे दिए जाने की उम्मीद है.
डॉ. वीके पॉल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि ये चारों वैक्सीन गर्भवती महिलाओं के लिए टीका सुरक्षित है, और स्वास्थ्य मंत्रालय इसकी आगे जांच कर रहा है. उन्होंने लोगों को गलत अफवाहों पर भरोसा न करने की हिदायत दी.
डॉ. वीके पॉल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी कहा कि ये चारों वैक्सीन दूध पिलाने वाली माताओं के लिए सुरक्षित हैं. उन्होंने लोगों को गलत अफवाहों पर भरोसा न करने की हिदायत देते हुए बताया कि वैक्सीन का बांझपन से कोई संबंध नहीं है.
बता दें, मॉडर्ना की वैक्सीन कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक V के बाद चौथी कोविड-19 की वैक्सीन होगी, जिसे भारत में इमरजेंसी अप्रूवल दिया गया है. माना जा रहा है कि मॉडर्ना की वैक्सीन को कोरोना वायरस के खिलाफ दुनिया के सबसे असरदार टीकों में शामिल होगा.