कोरोना महामारी और लॉकडाउन से सभी प्रभातिव हुए और इसी के साथ ही प्रभावित हुआ देश का राजस्व. वही राजस्व जिसे हम-आप और हर कोई कर के रूप सरकार को देते हैं. इन्ही कर से सरकार के तमाम गतिविधियों का संचालन होता है. सरकार इस कर संग्रह का हर महीने के अंत में डाटा जारी करती है. और इस महीने भी बताया कि लॉकडाउन में ढील के बाद जीएसटी संग्रह में बढ़ोतरी हो रही है. लगातार दूसरे महीने नवंबर में वस्तु एवं सेवा कर (GST) संग्रह एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा.

वित्त मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक नवंबर 2020 में वस्तु एवं सेवा कर (Goods and Services Tax) के रूप में सरकार को 1,04,963 करोड़ रुपये की आमदनी हुई. इसमें CGST के रूप में सरकार को 19,189 करोड़ रुपये की आमदनी हुई. वहीं, SGST के रूप में सरकार ने 25,540 करोड़ रुपये जुटाए. IGST के रूप में सरकार को 51,992 करोड़ रुपये की आमदनी हुई. वहीं, सेस के जरिए सरकार को 8,242 करोड़ रुपये की आय हुई है.
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ”जीएसटी राजस्व में रिकवरी के ट्रेंड के मुताबिक नवंबर 2020 में जीएसटी से आमदनी पिछले साल के समान महीने के मुकाबले 1.4 फीसद ज्यादा रही. वित्त वर्ष 2019-20 के दौरान 12 में से आठ माह में जीएसटी कलेक्शन एक लाख करोड़ रुपये से ज्यादा रहा. हालांकि, चालू वित्त वर्ष में लॉकडाउन के असर के चलते जीएसटी (GST) से होने वाली आमदनी पर असर पड़ा है.

आंकड़ों के मुताबिक, अप्रैल में जीएसटी से 32,172 करोड़ रुपये, मई में 62,151 करोड़ रुपये, जून में 90,917 करोड़ रुपये, जुलाई में 87,422 करोड़ रुपये, अगस्त में 86,449 करोड़ रुपये, सितंबर में 95,480 करोड़ रुपये, अक्टूबर में 1,05,155 करोड़ रुपये और नवंबर में 1,04,963 करोड़ रुपये का जीएसटी संग्रह हुआ. प्रेस इन्फोर्मेशन ब्यूरो (PIB India) द्वारा दर्शाए गए चार्ट में आप जीएसटी कलेक्शन 2019-20 भी देख सकते हैं.