देश में खनीज सम्पदा से परिपूर्ण माना जाने वाला एक राज्य है झारखण्ड. पुरे भारत में जितने खनिजों का उत्पादन होता है उसका लगभग 40% झारखण्ड में होता है. संपूर्ण भारत में वन-जंगल के अनुपात में भी झारखण्ड एक अग्रणी राज्य माना जाता है. भारत में कुल खनिजों का लगभग 32% हिस्सेदारी झारखण्ड का है. लेकिन तब भी यहाँ के लोग गरीब है. गरीबी के मामले में झारखंड दूसरे स्थान पर है. झारखण्ड में कुछ नेताओं और कुछ अन्य को छोड़कर देखा जाए तो यहां करीब 60.74 फीसदी आबादी गरीब है.
बिहार में सीबीआई तो झारखंड में ईडी का एक्शन शुरू हो गया है. इसी खनिज सम्पदाओं से परिपूर्ण राज्य झारखण्ड में 24 अगस्त की सुबह ईडी की छापेमारी चल रही है. प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने राज्य में अवैध खनन से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कुल 18 ठिकानों पर छापामारी की. झारखंड के बिजनेसमैन और मिड डे मील में अंडा सप्लाई करने वाले ठेकेदार प्रेम प्रकाश के कई ठिकानों पर भी छापेमारी हुई. इस दौरान प्रेम प्रकाश के आवास से दो एके-47 राइफल मिले. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम भी भौंचक्का रह गई. दोनों रायफल को आलमीरा में बंद कर के रखा गया था.
झारखंड में ठेकेदार प्रेम प्रकाश का नाम बहुत बड़ा है. वह मिड डे मील में अंडा सप्लाई के काम से बढ़कर कुछ ही महीने में पूरे झारखंड का सबसे ताकतवर शख्स बन गए. प्रेम प्रकाश झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का काफी करीबी माने जाते हैं. इसके साथ ही कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक निलंबित आईएएस पूजा सिंघल का भी करीबी है. पूजा सिंघल पर इस वक्त मनी लॉन्ड्रिंग करने का आरोप है. हालांकि, प्रभात खबर की एक रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि दोनों राइफल झारखंड पुलिस के जवानों के हैं, जो प्रेम प्रकाश के अंगरक्षक हैं. अंगरक्षक राइफल रखकर फ्रेश होने गये थे.
झारखण्ड में 2014 के चुनाव के बाद यहाँ रघुवर दास मुख्यमंत्री हुए जो बीजेपी की नेतृत्व वाली सरकार थी. ये सरकार 28 दिसम्बर 2014 से 28 दिसम्बर 2019 चली. इसके बाद 2019 में चुनाव हुआ और इसबार यहाँ झारखण्ड मुक्ति मोर्चा ने अपनी सरकार बना ली. और 29 दिसम्बर 2019 को हेमंत सोरेन ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. और अब तक झारखण्ड में हेमंत सोरेन की सरकार है.