दिल्ली के कंझावला हॉरर केस कांड में लगातार नए अपडेट आ रहे हैं. कंझावला में अंजलि को कार से 12 किमी घसीटने वाले आरोपियों पर एक्शन के बाद अब दिल्ली पुलिस के उन कर्मचारियों पर गाज गिरी है, जो एक जनवरी के दिन ड्यूटी पर वारदात वाले इलाके में तैनात थे. स्पेशल सीपी शालिनी सिंह की रिपोर्ट के बाद 11 पुलिसवालों को सस्पेंड कर दिया गया है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रोहिणी जिले के जिन 11 पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है उनमें दो सब इंस्पेक्टर, चार असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर, चार हेड कांस्टेबल और एक कांस्टेबल शामिल हैं. इनमें से छह पीसीआर ड्यूटी पर थे, जबकि 5 पुलिसकर्मी पिकेट पर तैनात थे जब कार से युवती को घसीटे जाने की घटना हुई थी.
इधर, कंझावला हॉरर कांड में कार से 12 किमी घसीट कर जान गंवाने वाली अंजलि की मां ने आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी की सजा की मांग करते हुए कहा, “हम तब तक संतुष्ट नहीं होंगे जब तक इन सभी को फांसी नहीं दी जाती, मैं मामले पर कार्रवाई करने और हमारी आर्थिक मदद करने की मांग करती हूं और सरकार को मेरे परिवार के लिए किए गए वादों को जल्द पूरा करना चाहिए.”
पीड़िता की मां ने पुलिसकर्मियों के निलंबन पर कहा, “पुलिसकर्मियों का निलंबन उनकी गलती के कारण हुआ लेकिन मैं चाहती हूं कि सभी आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए. हम तब तक खुश नहीं हो सकते जब तक इन सबको फांसी नहीं हो जाती.”
रिपोर्ट्स के मुताबिक, एक दिन पहले ही केंद्रीय गृह मंंत्रालय ने काम में लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने के लिए निर्देश दिये थे. इससे साथ-साथ गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को PCR वैन, जांच चौकी के पर्यवेक्षण अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने में असफल रहने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी करने का भी निर्देश दिया था. विशेष आयुक्त शालिनी सिंह की अध्यक्षता वाली जांच समिति द्वारा एक रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद यह कार्रवाई की गई है. गृह मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस को मामले में जल्द से जल्द चार्जशीट दायर करने का निर्देश दिया है ताकि दोषियों को सजा मिल सके.