
दुनिया भर में कोरोना का कहर जारी है, दुनिया भर के देशों के साथ-साथ भारत में भी कोरोना वायरस के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं. कोरोना संकट को लेकर देश में जारी लॉकडाउन के चौथे चरण के बावजूद संक्रमितों का आंकड़ा थमने के जगह पर तेजी से बढ़ रहा है. देश में कोरोना संक्रमितों का कुल आंकड़ा 1.5 लाख के पार पहुंच गया है. वहीं देश में अब तक इस वायरस से जान गंवाने वालों का आंकड़ा बढ़कर 4337 हो गया है. इन्हीं आंकड़ों के साथ भारत अब विश्व के 9वें स्थान पर आ पहुंचा है.

स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से बुधवार सुबह को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारत में कोरोनावायरस मरीज़ों की कुल संख्या 1,51,767 हो गई है और इस वायरस से अब तक 4,337 लोगों की मौत हो चुकी है. वहीं, पिछले 24 घंटों में कोरोना के 6,387 नए मामले सामने आए हैं और 170 लोगों की जान गई है. सबसे ज्यादा मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं. यहां 1792 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, इस बीच भारत के लिए राहत की बात ये है कि देश में रिकवरी रेट बढ़ कर 42.45 प्रतिशत पर पहुंच गया है और अब तक 64426 मरीज़ कोरोना से ठीक हुए हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गयी है. फिलहाल 83004 एक्टिव मामले हैं.
नवभारत टाइम्स में छपी एक खबर के मुताबिक सिर्फ 10 दिनों में कोरोना संक्रमण के मामले 1 लाख से डेढ़ लाख तक पहुंच गए हैं. इससे साफ है कि कोरोना संक्रमण तेजी से लोगों को चपेट में ले रहा है. भारत में कोरोना वायरस का पहला मामला 30 जनवरी को सामने आया था और फरवरी तक इसकी रफ्तार धीमी थी. 30 अप्रैल तक कुल मामलों की संख्या 34866 थी. फिर मई महीने में मामले की संख्या इतनी पहुंच गई. यानी सिर्फ 27 दिनों में 116901 मामले जुड़ गए. आंकड़े बताती है कि 50 हजार से एक लाख कोरोना केस होने 12 दिन लगे, फिर नए 50 हजार मामले जुड़ने में दस दिन भी नहीं लगे. वहीं 50 हजार तक पहुंचने में तीन महीने से ज्यादा का वक्त लगा था.