कोरोना वायरस के नए वैरिएंट डेल्टा प्लस (Delta Plus variant) ने भारत में महामारी की तीसरी लहर जल्द आने से जुड़ी आशंकाओं को बढ़ा दिया है. भारत समेत दुनिया के हर देश के लिए यह नया वैरिएंट एक चुनौती बन कर सामने आया है. देश में चल रहे कोरोना टीकाकरण के बीच भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने शुक्रवार को एक राहत भरी जानकारी दी है.

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद के महानिदेशक बलराम भार्गव ने कहा कि कोविशील्ड और कोवाक्सिन का टीका कोरोना वायरस के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा वेरिएंट के खिलाफ कारगर है. कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट अब तक दुनिया के 12 देशों में पाया गया है. वहीं हमारे देश में अब तक इसके 48 मामलों की पहचान की गई है.
डॉक्टर भार्गव ने कहा कि कोविड का टीका गर्भवती महिलाओं को भी दिया जा सकता है. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय के गाइडलाइन में भी इसका उल्लेख किया गया है. टीकाकरण गर्भवती महिलाओं में उपयोगी है और इसे दिया जाना चाहिए.
उन्होने बच्चों को वैक्सीन देने पर कहा कि अभी अमेरिका ही एक देश है जो इस समय बच्चों को वैक्सीन दे रहा है. क्या बहुत छोटे बच्चों को कभी टीके की आवश्यकता होगी, यह अभी भी एक प्रश्न है. जब तक हमारे पास बच्चों के टीकाकरण पर अधिक डेटा नहीं होगा, हम बड़े पैमाने पर बच्चों का टीकाकरण करने की स्थिति में नहीं होंगे.