अरब सागर में उठा चक्रवाती तूफान ‘निसर्ग’ महाराष्ट्र पहुंच चुका है. चक्रवात निसर्ग बुधवार दोपहर को महाराष्ट्र के तटों से टकराया. इस दौरान, कई जगहों पर बारिश और तेज हवाएं चलने की खबरें आई आ रही हैं. अलीबाग और रत्नागिरी में उसने तबाही मचानी शुरू भी कर दी है. इस दौरान हवाओं की रफ्तार 120 किलोमीटर प्रति घंटा बताई जा रही है. अलीबाग से निसर्ग तूफान टकराने के बाद इस चक्रवाती तूफान की वजह से मुंबई में तेज हवाओं के साथ दोरदार बारिश हो रही है.
निसर्ग तूफान के चलते महाराष्ट्र पर कोरोना संकटकाल में दोहरी मार पड़ी है. पहले से ही कोरोना महामारी से जूझ रहे महाराष्ट्र को निसर्ग तूफान के कारण भारी तबाही का सामना करना पड़ रहा है. मुंबई में निसर्ग तूफान के चलते भारी बारिश हो रही है, जगह-जगह पेड़ गिर गए हैं और रास्तों पर आवागमन रुक गया है. मुंबई के अलावा रत्नागिरी, रायगड में भारी बारिश के साथ गुजरात के द्वारका में भी निसर्ग तूफान का असर देखा जा रहा है और यहां समंदर में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) के मुताबिक, चक्रवात निसर्ग का केंद्र महाराष्ट्र तट के काफी करीब है. भूस्खलन (लैंडफॉल) की प्रकिया शुरू हो गई है और यह अगले तीन घंटों तक जारी रहेगी. इस तूफान के असर से अगले 12 घंटों में 100 से 120 किमी प्रतिघंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने और भारी बारिश के अलावा भूस्खलन भी हो सकता है. चक्रवात का पिछला हिस्सा अभी भी समुद्र के ऊपर है. यह करीब एक घंटे में इलाके से गुजर जाएगा. अगले छह घंटे में यह पूर्वोत्तर की ओर बढ़ेगा और कमजोर चक्रवाती तूफान में बदल जाएगा.
महाराष्ट्र के 21 जिलों के साथ गुजरात के 16 जिलों में भी तूफान का असर है. सूत्रों के मुताबिक दोनों राज्यों में एनडीआरएफ ने लगभग एक लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है. इस बीच, पुलिस ने कल देर रात आदेश जारी करके, लोगों को समुद्र तट, पार्क जैसे सार्वजनिक स्थानों के साथ मुंबई तटीय रेखा पर सैर सपाटा करने से रोका है. ख़बरों के मुताबिक मुंबई एयरपोर्ट पर एक कार्गो प्लेन के फिसलने के बाद शाम 7 बजे तक के लिए एयरपोर्ट को बंद किया गया है.