महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता अजित पवार ने आयकर विभाग की छापेमारी को कबूल करते हुए कार्रवाई पर अपनी चुप्पी तोड़ी है. गुरुवार को एनसीपी नेता और डिप्टी सीएम अजित पवार ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग ने उनसे संबंधित कुछ फर्मों पर छापा मारा, जिसकी हमें कोई शिकायत नहीं है. अजित पवार से संबंधित कंपनियों और उनकी तीन बहनों के घरों एवं कपनियों पर इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी की है. एनसीपी नेता अजित पवार ने खुद यह जानकारी दी है.

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक, उन्होंने कहा है कि उनके और उनकी बहनों के घर पर आयकर विभाग ने छापामारी क्यों की, उन्हें नहीं मालूम. लेकिन, उन्होंने कहा कि आईटी की यह रेड राजनीति से प्रेरित है. वे लोग घटिया राजनीति कर रहे हैं. हालांकि, अजीत पवार ने कहा कि उन्हें आईटी विभाग की कार्रवाई से कोई शिकायत नहीं है, मगर अपने रिश्तेदारों की कंपनियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई पर बुरा लगता है.
अजीत पवार ने मुंबई में संवाददाताओं से कहा कि यह सच है कि आईटी विभाग ने मुझसे संबंधित कुछ फर्मों पर छापा मारा है. यह उनका अधिकार है… मुझे नहीं पता कि क्या ये छापे राजनीतिक उद्देश्यों के लिए किए गए थे या फिर वे अधिक जानकारी चाहते हैं, क्योंकि हम समय पर टैक्स का भुगतान कर रहे हैं.
बता दें, आयकर विभाग वो विभाग है जो किसी पर भी छापेमारी करने का अधिकार रखता है. उन्हें शक आने पर वे ऐसी रेड को ऐसी कार्रवाई को अंजाम देते हैं. इनकम टैक्स विभाग को किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर छापेमारी करने का अधिकार है. पिछले दिनों कई बार अलग अलग व्यक्तियों के यहाँ आयकर विभाग ने रेड डाली है. हालाँकि, विपक्षी पार्टी के नेताओ ने पहले भी केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा था कि आयकर विभाग का रेड विपक्ष के नेता और सरकार से सवाल पूछने वालों के ही यहाँ हो रही है.